! एक दोस्त की मोहब्बत !

 मोहब्बत वह शब्द है जिसका कोई गणना नही कर सकता 

यह एक शब्द ही नहीं है इसका वर्णन करने बैठेंगे न तो सुबह 

से शाम हो जायेगा लेकिन इसका वर्णन नहीं कर पाएंगे 

ऐसी ही एक दोस्त की कहानी है ।

वह एक लड़की से प्रेम करता था वह लड़की भी उससे प्रेम करती थी दोनो एक दूसरे से बहुत प्रेम करते थे लेकिन एक दिन क्या हुआ दोनो का किसी बात से झगड़ा हो जाता हैं तो लड़का नाराज हो जाता है सिर्फ उसे गलती का एहसास दिलाने के लिए दो दिन तक दोनो की बात नही होती है फिर लड़की बोलती ऐसे कब तक चलेगा तो लड़का बोला बाबू में नाराज नहीं ही बस तुम्हे तुम्हारी गलती का अहसास दिला रहा था तुम छोटी सी बात से नाराज हो गई थी की में कुछ बोल नहीं रहा हु काम के बिजी हूं अब इतना तो समझोगी न की काम में बिजी हूं तो आप ही बोलो लेकिन आप नाराज हो गए । 


लड़का बोला छोड़ो ये सब में तुम्हारे लिए बहुत सारी सब्जी तुम्हारे पसंद की लाया हु तुम आ जाओ उन दोनो का ऑफ था लड़की बोली आज नही कल आएंगी तो में बोला ठीक है कल लॉन्च के टाइम तक आ जाना लेकिन वो नहीं आई थोड़ा सा लेट हो गई लड़का गुस्सा हो गया की तुम जब बोलता ही जब नही आती में कितने मन से तुम्हे बुला रहा हु और लड़के ने गुस्से में 2 - 3 बाते सुना दी और लड़की ने भी 2 - 3 बाते सुना दी बात इतनी आगे बढ़ गई की आपको सुनकर यकीन नही होगा। उन दोनो का ब्रेकअप हो गया और 8 दिन हो गए उन दोनों की बाते नही हों रही है ।यह एक कंपनी के दोस्त की कहानी थी जो मेरे साथ रहता है।

मोहब्बत ऐसी चीज है, जिसमे एक - दूसरे का सम्मान एक दूसरे पर विश्वास होना बहुत जरूरी है ।


                                   Socialist B.s. chouhan* 

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